आखिर चाँद अंगूर से किशमिश क्यों बनने चला है!
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चाँद दुबला हो
चला है! और क्रैश डायटिंग या किसी अन्य वजह से अचानक वज़न घटाने पर जिस तरह
आपकी-हमारी त्वचा पर झुर्रियाँ पड़ जाती हैं, वैसे
ही चाँद भी झुर्रियों का शिकार हो रहा है। यह किसी कवि की कल्पना नहीं, हक़ीक़त है। नासा के
वैज्ञानिकों ने इसे अपने अंदाज में कुछ यूँ बताया है कि चाँद लगातार सिकुड़ रहा है
और उसकी आंतरिक उथल-पुथल के चलते "चंद्रकम्प" आ रहे हैं। नतीजा यह कि
उसकी सतह पर सिलवटें पड़ती जा रही हैं। यह कुछ वैसा ही है जैसे
तनी-तनी-सी त्वचा वाला अंगूर सिकुड़कर झुर्रीदार किशमिश बन जाता है।
अब सवाल यह है कि
आखिर चाँद अंगूर से किशमिश क्यों बनने चला है! हम कह सकते हैं कि कारण वही प्रकृति
का नियम है- उम्र का बढ़ना। इस नियम ने चाँद को भी नहीं बख्शा है। दरअसल हम भले ही
चाँद को सदा शीतलता से जोड़ते आए हों, सच तो
यह है कि इसमें भी कभी आग रही है। जैसे-जैसे यह अपनी युवावस्था की गर्मी गँवाता जा
रहा है, इसका आकार सिकुड़ रहा है। यौवन की ऊष्मा साथ छोड़ रही
है और शीतल प्रौढ़ावस्था अपनी झुर्रियों सहित स्थान ग्रहण कर रही
है। चाँद भी आपकी-हमारी तरह उम्र का सफर तय कर रहा है।
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